ढाबा की चुड़ैल | chudail ki kahani

By Shweta Soni

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दोस्तों आज मै आप लोगो को ढाबा की चुड़ैल की कहानी बताने वाली हु। यह कहानी मुझे मेरी मम्मी ने बताई थी ये कहानी रामपुर गांव की है। गांव में एक अमन नाम का आदमी रहता था उसका एक ढाबा था उस ढाबा का नाम अमन ढाबा था। आप लोगो को ये कहानी जरूर पढ़नी चाहिए ढाबा की चुड़ैल ।

अमन का ढाबा

अमन का ढाबा बहुत मसूर था यहाँ का खाना बहुत ही स्वादिष्ट होता था । यहाँ आस पास के सभी लोग खाना खाने आते थे | गांव में जो भी आता था। वो अमन का ढाबा का खाना खाये बिना नहीं जाता था। जो एक बार यहाँ का खाना खा लेता था। वो खाने का स्वाद भूल नहीं पता था।

जितना दिन बा दिन ढाबा मसूर होते जा रहा था। उतना ही ढाबा के मालिक का घमंड बढ़ते जा रहा था। ढाबा के मालिक को खाना फेकना पसंद था ,पर जानवर और भूके बिखरी को खाना देना मंजूर नहीं था। एक दिन की बात है ,अमन का ढाबा में एक भिखारिन आती है वो बहुत दिन से कुछ नहीं खाई रहती है बहुत भुकी होती है |

पर ढाबे के मालिक ने उस भिखारिन को चीला के भागता है पर वो भिखारिन बहुत रोती है हाथ पैर जोड़ती है ढाबा का मालिक को थोड़ा भी तरस नहीं आता है और वो अपने नौकर से बोलता है | इसे ढाबा से निकलो ग्राहक खाना खाने आने वाले है इसे यह से जल्दी भागो।

नौकर ढाबा से भिखारिन को ढाका मर कर ढाबा से निकलता है भिखारिन ढाबा के गेट पास ही बेहोश हो जाती है नौकर चिलता है। मालिक यह भिखारिन गेट के पास बेहोश हो गई है मालिक बोलता है तो मई क्या करू पानी दाल और उठा यह से ग्राहक आते ही होंगे जल्दी उठा ।

नौकर भिखारिन को उठने जाता है तो देखता है वो भूख से मर गई थी नौकर अपने मालिक से बोलता है मालिक ये तो मर गई है तभी मालिक बोलता है क्या ऐसे कैसे मर गई इसे यह ही मरना था कही और जा कर मरती यह क्यों मालिक नौकर से बोलता है इसे ढाबा के पीछे वाले कुए में फेक दो ध्यान रखना कोई देखे मत तुम सब को नौकर लोग वो भिखारिन की बॉडी को कुए में फेक के आ जाते है।

ढाबा की चुड़ैल | chudail ki kahani

भिखारिन की चुड़ैल

अमन का ढाबा में उस दिन मालिक का ज्यादा कमाई नहीं हुआ था। मालिक चिड़चिड़ा रहा था अपने नौकरो से बोल रहा था की कल सब टाइम से आ जाना नहीं तो सब का पैसा काट दूंगा सभी नौकर बोले जी मालिक कल हम टाइम से आ जायेगे। मालिक भी घर जाने के लिए निकल गया उसको लगा की कोई उसका पीछा कर रहा है और कोई नहीं भिखारिन की आत्मा ढाबा की चुड़ैल थी|

जब उसने पीछे देखा तो कोई नहीं था मालिक अपने घर पहुंच गया। उसने अपनी पत्नी से बोला खाना निकलो उसकी पत्नी खाना ले कर आ रही थी पर को गिर जाती है तभी मालिक बोलता है। भगवन यह तुमने क्या किया सब खाना गिरा दिया पत्नी बोली पता नहीं जी कैसे गिर गया मुझे ऐसा लगा की किसी ने मुझे पीछे से धका दिया। मालिक सो जाता है बिना खाए ।

सुबह होते ही मालिक अपने ढाबा में जाता है। ढाबा में लोग खाने के लिए आते है तभी उनके साथ कुछ कुछ उल्टा सीधा होता था किसी के खाने में कीड़ा गिर जाता किसी का पनीर सब्जी चिकन में चेंज हो जाती थी। मालिक को समझ नहीं आ रहा था की उसके साथ क्या हो रहा है। तभी मालिक ने नौकर से बोले की आज बहुत टेस्टी खाना बनो की सब ऊँगली चाटते रह जाये |

फिर सब नौकर और मालिक मिल कर खाना बनाते है खाने से बहुत अच्छी खुशबु आती है। ढाबा में कुछ लोग आते है खाने को मालिक अपने नौकर लोग से चीला के बोलता है खाना लेके आओ नौकर लेके आता है लोग खाने के लिए जैसे मुँह में डालते है वैसी ही सब सब्जी उनके मुँह में गिर जाता है वो चिलने लगता है और वह से भाग जाता है।

मालिक का दिमाग ख़राब हो जाता है क्यों की उसका ढाबा चल नहीं रहा था बंद करने की नौबत जो आ गई थी। मालिक बहुत सोचता है पर उसके साथ यह सब होता ही रहता है।

बाबा का मंत्र

मालिक ये सब से परशान था तभी उसका नौकर बोलता है मालिक मुझे एक बाबा के बारे में पता है। वो हम को इसका उपाए बातएंगे। मालिक और उसका नौकर बाबा के पास जाता है और यह सब जो उसके साथ हुआ उसको बताता है। बाबा बोलते है तुम ने जो भिखारिन को मारा था |

उसी की आत्मा चुड़ैल बन गई है और तुम्हे परशान कर रही है तुम ने ऐसा क्यों किया। मालिक बोलता है बाबा मेरे से बहुत बड़ी गलती हो गई है मुझे माफ़ कर दीजिये। तभी बाबा अपने मंत्र से उस ढाबा की चुड़ैल को बुलाता है ढाबा की चुड़ैल आते ही बोलती है किस ने मुझे परशान किया बाबा ने चुड़ैल से पूछा तुम क्यों परशान कर रही है |

चुड़ैल ने बाबा को बताया और बोली मै ढाबा के मालिक को बरबाद कर दूंगी बाबा ने पूछा तुम क्या चाहती हो। तभी चुड़ैल बोली यह इंसान ने मुझे खाने को नहीं दिया मई भी इसे ऐसी ही मरूंगी। अमन का ढाबा का मालिक बोलता है मुझे माफ़ कर दो मै अब से ऐसा नहीं करूँगा मै सब गरीबो को खाना खिलाऊंगा। मालिक के बोलने के बाद बाबा ने गंगा जल दाल कर चुड़ैल को मुक्त कर देते है। पहले जैसे ही ढाबा अच्छे से चल रहा है।

दोस्तों मै श्वेता उम्मीद करती हु की आप लोगो को स्टोरी ढाबा की चुड़ैल अच्छी लगी हो | अगर अच्छी लगी हो तो प्ल्ज़ कमेंट कर के जरूर बताये | ऐसी सच्ची स्टोरी आप लोग के लिए लाते रहेंगे।

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