दोस्तों आज मै आप लोगो को एक ऐसी कहानी बताने जा रही हु घर से प्याज मांगने वाली चुड़ैल । इस कहानी को पड़ कर आप लोग हैरान हो जायेगे यह कहानी घर से प्याज मांगने वाली चुड़ैल की है |
औरतो पर चुड़ैल का बस
बहुत समाये पहले की बात है एक गांव में प्याज मांगने वाली चुड़ैल का आतंग था वो चुड़ैल रात होते ही गांव वालो के घर के बहार जाती और उनका दरवाजा खटकाती एक दिन वो राजू और मंजू के घर जाती है |रात में और उनका दरवाजा खटकाती है तभी राजू बोलता है इतनी रात को कौन आ गया है तो मंजू ,
मंजू हं जी बोल कर दरवाजा खोलने जाती है और खिड़की से देखती है एक औरत खड़ी रहती है । मंजू उस औरत से पूछती है आप कौन हो वो औरत बोलती है मै बहुत भूखी हु मुझे कुछ खाने को मिल सकता है क्या , मंजू बोलती है हमने जो बनाया था वो तो हम खा चुके है अब खाने को कुछ नहीं है |
वो औरत बोलती है एक काम करो एक रोटी ही बना दो और साथ में एक प्याज ही दे दो मै उसी से अपनी भूक मिटा लुंगी। मंजू सोचती है ये बिचारी बहुत भूखी है रोटी और प्याज से ही अपनी भूख मिटा लेगी ठीक ठिकए तुम रुको 5 मिंट मै बना कर लाती हु |तुम्हारे लिए रोटी ,
मंजू फिर अपने रसोई घर में जल्दी से रोटी बनाना कर रोटी के साथ एक प्याज ले कर देने के लिए घर से बहार जाती है फिर जैसे ही उस औरत को प्याज और रोटी देती है | वो औरत एक चुड़ैल के रूप में बदल जाती है। चुड़ैल बहुत हस्ती है ha ha ha और बोलती है रोटी और प्याज तो एक बहाना है | ( घर से प्याज मांगने वाली चुड़ैल )
दोस्तों मै श्वेता उम्मीद करती हु की आप लोगो को मेरी स्टोरी घर से प्याज मांगने वाली चुड़ैल की कहानी आप लोगो को अच्छी लगी हो तो प्ल्ज़ कमेंट कर के जरूर बताये | ऐसी सच्ची स्टोरी आप लोग के लिए लाते रहेंगे।फिर जैसे ही उस औरत को प्याज और रोटी देती है वो औरत एक चुड़ैल के रूप में बदल जाती है।
चुड़ैल बहुत हस्ती है ha ha ha और बोलती है ये रोटी और प्याज तो एक बहाना था | मुझे तो तुझे इस घर से बहार निकलना था फिर चुड़ैल मंजू की आत्मा पर कब्ज़ा कर लेती है और मंजू बेहोस हो कर निचे गिर जाती है। फिर इसी तरह चुड़ैल रोज रात गांव में आती और किसी ना किसी के घर का दरवाजा खटखटाती उससे रोटी और प्याज मांगती थी ,
फिर कोई उसे रोटी और प्याज देने के लिए दरवाजा खोलता उसे वो अपने बस में कर लेती थी और वह से भाग जाती फिर गांव की बहुत सी औरत अपना सूद बुद खोल बैठी थी वे सब एक जिन्दा लॉस बन चुकी थी।रात होते ही जंगल में बैठे बैठे चुड़ैल सब को अपने बस में करने लगी थी। एक दिन मंजू सोते सोते उठ जाती है और चाकू से राजू पर हमला कर देती है।

प्याज मांगने वाली चुड़ैल
राजू उठ कर चिलता है मंजू पागल हो गई हो क्या तुम मुझे मरना चाहती है क्या मंजू बोलती है। मै अपनी मालकीन का काम कर रही हु वो मुझे जैसा आदेश देगी मै वैसा करुँगी ,फिर राजू उसे एक कुर्शी में बन्द देता है और पूरी तरह रात गुजरता है फिर अगला दिन होने पर मुखिया जी के पास जाता है और बोलता है ।
मुखिया जी मेरी पत्नी की आत्मा पर उस चुड़ैल ने कब्ज़ा कर लिया है |अब वो चुड़ैल के इशारो पर काम कर रही है कल रात उसने मेरे ऊपर चाकू से हमला कर दिया था वो तो मै किसी तरह बच गया। अब तो वो चुड़ैल का कुछ ना कुछ करना ही होगा। मुखिया जी बोलते है हं यह तो बहुत गभीर बात है। राजू तुम सही बोल रहे हो आज सब गांव वालो को बोलो आज ही बैठक रखते है।
फिर राजू उसे एक कुर्शी में बन्द देता है और पूरी तरह रात गुजरता है फिर अगला दिन रात होते ही चुड़ैल फिर गांव में आ जाती है और सोचती है किस के घर जाऊ फिर चुड़ैल कालू राम के घर जाती है और दरवाजा खटकती है। कालू राम अरे भैया इस टाइम कौन आ गया दुखी करने कमला आरी वो कमला देख तो जरा दरवाजे पर कौन आया है।
कमला बोलती है कोई नहीं है जी वो गली का कुत्ता होगा आप सो जाओ चुप चाप तभी दुबारा दरवाजा बजाने की आवाज आती है। कालू बोलता है दरवाजे पर पक्का कोई है कमल देख तो ,कमला जी देखती हु आप सो जाओ कमला चीड़ चीड़ उठती है और दरवाजा खुलती है दरवाजा खुलते ही एक सुंदर सी औरत खड़ी होती है। ( घर से प्याज मांगने वाली चुड़ैल )
कमला उसे देखते ही रहे जाती है और अटकते अटकते बोलती है जी आप कौन हो और यहाँ कैसे ,वो औरत बोलती है मेरा नाम चांदनी है मै बहुत भूखी हु मुझे कुछ खाने को मिल सकता है क्या हं कीचन में कुछ न कुछ खाने का जरूर होगा। चांदनी बोलती है जी रोटी और प्याज ही दे दो मुझे बहुत भूख लग रहा है। तभी कमल हं मै लेके आती हु |
कमला प्याज और रोटी लेके आती है और चांदनी को देती है लो बेहेन चांदनी को प्याज और रोटी हाथ में आती ही चांदनी चुड़ैल के रूप में आ जाती है और कमला को भी अपने बस में कर लेती है। चुड़ैल रात होते ही सब गांव वालो को परशान करती और सभी पत्नी लोग से अपने पति के ऊपर वॉर करवाती थी। गांव वाले बहुत परशान हो गए थे।

चुड़ैल का खात्मा
राजू और कालू दोनों मुखिया जी के पास जाते है राजू बोलते है मुखिया जी मेरी पत्नी की आत्मा पर उस चुड़ैल ने कब्ज़ा कर लिया है। अब वो चुड़ैल के इशारो पर काम कर रही है कल रात उसने मेरे ऊपर चाकू से हमला कर दिया था वो तो मै किसी तरह अपने आप को बचा लिया। मुखिया जी ये तो बहुत गभीर विषय है अब तो वो चुड़ैल का कुछ ना कुछ करना ही होगा।
राजू और कालू हं मुखिया जी आप सही बोल रहे हो। मुखिया जी आज ही गांव वालो को बोलो आज ही बैठक रखते है और क्या करना है ये सोचते है। राजू और कालू गांव वालो को बुलाते है और सब मिल कर चुड़ैल को भागने की योजना करते है। सब अपनी अपनी योजना बताते है | ( घर से प्याज मांगने वाली चुड़ैल )
मुखिया जी राजू तू बताओ कुछ योजना तुम क्या सोचे हो तभी राजू बताता है अपनी योजना सब को योजना सुन कर अच्छा लगता है। रात होते ही राजू एक औरत के भेंस में होता है वह अपने घर में ना हो कर मुखिया जी के घर में रहता है रात होते ही चुड़ैल उसके घर में आती है दरवाजा खटकाती है राजू जा कर देखता है एक औरत होती है वो समझ जाता है की वो चुड़ैल है।

औरत राजू से बोलती है मै बहुत भूखी हु मुझे कुछ खाने को मिल सकता है क्या अगर कुछ ना हो तो तुम मुझे एक प्याज और रोटी ही दे दो। राजू रोटी और प्याज लेके आता है और वो औरत को देता है औरत को देते ही औरत एक चुड़ैल बन जाती है और बोलती है प्याज और रोटी तो एक बहाना है मुझे तुम्हारी जरुरत है।
अब मै तेरी आत्मा पर कब्ज़ा करुँगी फिर मै बहुत सक्तिशाली हो जाउंगी की दुनिया की कोई भी ताकत मेरा कुछ नहीं कर पायेगा फिर चुड़ैल राजू की आंख में आंख मिला कर राजू की आत्मा को अपने बस में करने लगती है पर राजू के ऊपर उसका कोई असर नहीं होता। चुड़ैल बोलती है। (घर से प्याज मांगने वाली चुड़ैल)
ये क्या मेरा असर क्यों नहीं हो रहा है तभी राजू अपना ढका aहुआ मुँह खुलता है और बोलता है मै मर्द हु औरत नहीं जो तेरा कला साया मुझे पर चलेगा। राजू सब गांव वालो को चीला कर भुला लेता है सभी गांव वाले मसल ले कर वह पहुंच जाते है। चुड़ैल बोलती है तुम सब गांव वाले मूर्ख हो तुम सब मेरा कुछ नहीं बिगड़ पाओगे फिर वो चुड़ैल कमला को अपनी सकती से भुला लेती है।
कमला की आत्मा चुड़ैल के बस में होती कमला ये गांव वालो कबर दर कोई मेरी मालकिन को हाथ नहीं लगाएगा। राजू बोलता है कालू को संभल अपनी पत्नी को इतनी मुश्किल से ये चुड़ैल हमारे हाथ आई है। कालू बोलता है अरे कमला ये तुम क्या कर रही हो कमला बोलती है अरे चल हैट यहाँ से मै कोई कमला वमला नहीं हु |
मै अभी तुम गांव वालो को मजा चाघाटी हु वो कालू के ऊपर हमला कर देती है तभी राजू एक मिरर ला कर चुड़ैल के सामने रख देता है इसके से चुड़ैल अपना जादू नहीं कर पति और मिरर में अंदर चली जाती है राजू वो मिरर को तोड़ देता है जिस से चुड़ैल का खात्मा हो जाता है। मंजू और कमला भी ठीक हो जाती है सब गांव वाले खुश हो जाते है और राजू का तारीफ करते है सभी गांव वालो को चुड़ैल से मुक्ति मिल जाती है।
दोस्तों मै श्वेता उम्मीद करती हु की आप लोगो को मेरी स्टोरी घर से प्याज मांगने वाली चुड़ैल की कहानी अच्छी लगी हो | अगर अच्छी लगी हो तो प्ल्ज़ कमेंट कर के जरूर बताये | ऐसी सच्ची स्टोरी आप लोग के लिए लाते रहेंगे।
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