हरेली त्योहार 2023: कौन से राज्य मनाते हैं हरेली त्योहार? हरेली त्योहार के मान्यताएं

By Shweta Soni

Published on:

WhatsApp Group (Join Now) Join Now
Telegram Group (Join Now) Join Now

हेलो दोस्तों,

मै श्वेता, आप सभी का स्वागत है | आज मै आप सभी को छत्तीसगढ़ के सबले पहली तिहार हरेली के बारे में बताने वाली हु | हरेली त्योहार छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश राज्यों में मनाया जाने वाला एक प्रमुख पर्व है। यह पर्व छाती, सिंगाड़ा, बिहाड़ी और जागरण विधियों के साथ चार दिनों तक मनाया जाता है।

यह त्योहार हर्वेस्ट सीज़न की शुरुआत को चिह्नित करता है और किसानों के लिए समृद्धि और खुशहाली की प्रतीक है। इस लेख में, हम हरेली त्योहार की महत्त्वपूर्णता, मान्यताएं और इसे कौन-कौन से राज्यों में मनाया जाता है, इस पर चर्चा करेंगे।

हरेली त्योहार की महत्त्वपूर्णता

हरेली त्योहार का महत्त्वपूर्ण स्थान छत्तीसगढ़ी संस्कृति में है। यह त्योहार फसलों की अच्छी पैदावार और खेती के लिए धन्यवाद करने का एक तरीका है। इसे छत्तीसगढ़ के किसान धान की फसल के उत्पादन के बाद मनाते हैं। हरेली त्योहार खुशहाली, समृद्धि, और उन्नति के लक्षण माना जाता है।

हरेली त्योहार 2023: कौन से राज्य मनाते हैं हरेली त्योहार? हरेली त्योहार के मान्यताएं

हरेली त्योहार की मान्यताएं

हरेली त्योहार की मान्यताएं और रस्में अनूठी होती हैं। इस त्योहार में लोग खेतों में गाय को भोजन और पानी प्रदान करते हैं ताकि फसलों में समृद्धि हो सके। यह एक प्राकृतिक और कृषि संबंधित पर्व है जो खेती और फसलों की मान्यताओं को दर्शाता है।

हरेली त्योहार मनाने वाले राज्य

हरेली त्योहार छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश राज्यों में मनाया जाता है। इसे छत्तीसगढ़ में ज्यादातर धान उगाने वाले क्षेत्रों में मनाया जाता है, जबकि मध्य प्रदेश में इसे बागीचों, बगीचे, और खेतों में मनाया जाता है। इन राज्यों में हरेली त्योहार उत्साह और जीवनशैली के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में मनाया जाता है।

समापन

हरेली त्योहार छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मनाया जाने वाला एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व खेती और फसलों के लिए धन्यवाद व्यक्त करने का एक मौका है और किसानों को समृद्धि और खुशहाली की कामना करता है। हमें इस पर्व की मान्यताओं को समझना चाहिए और इसे संरक्षित रखना चाहिए ताकि हमारी संस्कृति की यह महत्वपूर्ण पहलू हमेशा बनी रहे।

READ MORE :- नागालिंगा फूल: एक रहस्यमय और सुंदर पौधे की कहानी

HI i am Shweta Soni

Leave a Comment