दोस्तों आज मै आप लोगो को अपने स्कूल की कहानी बताने वाला हु स्कूल में भूतिया रूम । दोस्तों बच्चो के लिए स्कूल दूसरा घर होता है। हमारे स्कूल में एक रूम हुआ करता था। वहाँ सायद स्कूल के रूम में दस साल पहले कुछ हुआ था | हम बच्चो को कुछ ज्यादा पता नहीं था बस अपने बड़ो से सुना था की ये रूम में कुछ है। मैडम सर लोग भी हम बच्चो को मन करते थे रूम में जाने के लिए पर हम कहा बढ़ो की बात सुनते है।
ग्रुप प्रोजेक्ट वर्क
यह बात उन दिनों की है | जब मैं नवमी कक्षा में पढ़ता था | हमे स्कूल से ग्रुप प्रोजेक्ट मिला था। उस प्रोजेक्ट को हम स्टूडेंट्स को दो हफ्तों में पूरा करना था । हमारे टीचर ने अपने पसंद से पार्टनर चुने का मौका दिया। मैंने अपने दोस्त राहुल को चुना। एक हफ्ते से ज्यादा हो गया था।
हम दोनों प्रोजेक्ट बनाना चालू ही नहीं किये थे दो चार दिन ही बचे थे। तभी हमारा दिमाग चलना चालू हो गया था। हमे स्कूल से ग्रुप प्रोजेक्ट मिला था। उस प्रोजेक्ट को हम स्टूडेंट्स को दो हफ्तों में पूरा करना था । हमारे टीचर ने अपने पसंद से पार्टनर चुने का मौका भी दिया था । मैंने अपने बेस्ट फ्रेंड राहुल को चुना था ।
एक हफ्ते से ज्यादा हो गया था। हम दोनों ने प्रोजेक्ट बनाना चालू ही नहीं किये था दो चार दिन ही बचे थे प्रोजेक्ट को जमा करने के लिए । तभी हमारा दिमाग चलना चालू हो गया । मैंने राहुल से पूछा तो हम क्या करेंगे , राहुल ने बोला अभी हमारे पास कुछ टाइम है। जिसमे हम दोनों मिल कर प्रोजेक्ट पूरा कर सकते है |
मैंने हं कर सकते है पर कैसे राहुल ने बोला क्यों न हम किसी के घर में एक साथ बैठ के प्रोजेक्ट को कम्प्लेट करे मैंने कहा हं ऐसा कर सकते है पर किस के घर में मेरे घर में अभी पेंट का काम चल रहा है। राहुल ने बोला मेरा घर छोटा है तो अब कहा मिल कर बनाना चाहिए।
हम दोनों सोच में पड़ गए थे की अब कहा पास बैठ के अपना प्रोजेक्ट कम्प्लेट करे। तभी राहुल बोला क्यों न हम स्कूल में ही अपना प्रोजेक्ट बनाये। मै बोला स्कूल में कहा जगह होता है न ही यह टाइम मिलता है। तभी राहुल ने बोला अरे पागल हम रात को स्कूल आ के प्रोजेक्ट को कम्प्लेट करेंगे। …स्कूल में भूतिया रूम
मै सोच में पड़ गया और बोला रात में कैसे स्कूल तो बंद रहता है न तभी राहुल ने बताया की नाईट में स्कूल में क्लास लगती है इसलिए स्कूल खुला रहता है। हम अपना प्रोजेक्ट यह बैठ कर बना सकते है ,स्कूल में भूतिया रूम है |मैंने राहुल से पूछा क्या हमारा वह जाना ठीक होगा कोई गड़बड़ तो नहीं होगा न। राहुल बोला क्या गड़बड़ होगा |

प्रोजेक्ट बना है की नहीं अभी बोल रहा था की जगह नहीं है प्रोजेक्ट बनाने के लिए अब मिल गया तो तू सोच रहा है। मैंने बोला ठीक है स्कूल में नाईट क्लास लगती है उसी टाइम मिलने का प्लान किया। स्कूल में भूतिया रूम
भूतिया रूम
जब हम वह पहुंचे तो वह कोई नहीं था। यहाँ तक गेट में गार्ड भी नहीं थे, वो जगह इतनी शांत थी और अंधरे से भरी थी। यकीन करना मुश्किल हो रहा था, की दिन में यह जगह कितने जीवत लगती है। हमारी क्लास केपास के ठीक सामने थी हम चलना चालू किये और अंदर हॉल में एक ही लाइट जल रही थी।
खिड़किया थी पर चाँद की रौशनी से कोई फायदा नहीं हो रहा था हम अपने क्लास रूम में जा रहे थे पर क्लास रूम में ताला लगा था। हम सोचे की हम हॉल में ही बैठ कर अपना प्रोजेक्ट कम्प्लेट करते है। राहुल बोलता है की मुझे नहीं पता था की हमारा स्कूल रात में इतना डरवाना लगता है।
मैंने बोला चुप कर और जल्दी से प्रोजेक्ट कम्प्लेट करते है और यहाँ से चलते है। राहुल मेरा मजाक उड़ने लगता है की तू कितना डरपोक है। मै उसे मरने के लिए अपना लात बढ़ा ही रहा था की एक आवाज आई हम दोनों ने उस तरफ मुड़ कर देखने लगे की कोई टीचर नहीं तो स्टूडेंट आ रहे होंगे हॉल में पर उस तरफ काफी अंधरे था कोई देख नहीं रहा था।
वो हॉल के आधे रस्ते में आया ,तो हमने देखा की एक आदमी चुप चाप हमारी तरफ बढ़ रहा है वो हमारे स्कूल साफ करने वाले भैया जैसे देख रहा था | हमने सोचा वही होगा क्यों की उसकी हाइट काम थी। उसके हाथ में झाड़ू था उसके पैर में कुछ दिकत थी ठीक से चल नहीं पा रहा था।
वो हमारे पास आ के खड़ा हो गया हमने उनसे बोला हेलो भैया हम अपना होमवर्क करने आये है। अपना होमवर्क जल्दी पूरा कर के चले जायेगे। उसने हमारी तरफ ध्यान नहीं दिया। उसने हम दोनों को अजीब सा देखा हम दोनों दर गए थे क्यों की उसका आंख लाल था। स्कूल में भूतिया रूम
उसने हमारे तरफ देखते हुए एक अजीबी सा स्माइल दिया और बोला क्या हम दोनों मेरे से मजाक कर रहे हो। हमने बोला मजाक नहीं तो उसने बोला यहाँ अंधरी रात में कोई नहीं आता मै यहाँ अकेला बोर हो जाता हु। मै राहुल एक दूसरे को देखते हुए राहुल ने बोला यह आदमी कितना अजीब है। हमने उनसे बोला हम अपना कम जल्दी पूरा करे के चले जायेगे।
उस आदमी ने बोला नहीं नहीं तुम जितने देर रहना कहते हो रहो मै अकेले यहाँ रहे कर ऊब गया हु। मैंने राहुल से बोला हमे अपना कम जल्दी करना चाहिए हम अपने कम में लग गए हम दोनों सोच रहे थे की वो आदमी यहाँ से चला जायेगा पर ऐसा नहीं हुआ वो आदमी अपना झाड़ू पकडे हस्ते हए वही पास खड़ा था हम दोनों को देखते।
राहुल ने पूछा की तुम्हारे पास काम नहीं है क्या जाओ साफ सफाई करो। पर वो अजीब सा गौरता ही रहा। राहुल को बहुत गुस्सा आया उसने बोला चलो यहाँ से हम अपना काम बाद में कर लगे यह पागल के साथ रहेंगे तो हमारा काम पूरा नहीं होगा।वो आदमी हम दोनों को गुस्से से देखने लगा अजीब अजीब सा आवाज निकलने लगा और बोला क्या बोला तुमने मुझे राहुल छीलते हुए बोला पागल तुम हो भी पागल अकेले कौन रहता है।
मुझे पता है राहुल गलत तरीके से बात कर रहा था। हम दोनों वहां से निकलने के लिए पीछे मुड़े तभी उस आदमी ने राहुल के सर पर जोर से झाड़ू से वॉर किया राहुल चीला रहा था अपना सर पकड़ के तभी मैंने पीछे देखा तो वो आदमी हस्ते हुए हम दोनों को ही देख रहा था।
फिर वो आदमी मेरी नाक में जोर से मुक्का मारा मै अपनी नाक पकड़ कर जमीन में गिर गया। वो आदमी राहुल को खींचते हुए लेके जा रहा था। मै उसे ऐसे कैसे लेके जाने दे सकता हु मै उठ के उस आदमी के पीछे से बाल खींचा तभी वो मुझे गुस्से से देखते हए अपने दोनों साथ से मेरा गाला दबाते हुए उठा दिया था |
मै सोचा मुझे कुछ करना चाइये नहीं तो मै आज गया तभी मैंने अपने जेब में हाथ दाल के पेंसिल निकली और उसकी आंख में दाल दिया फिर भी वो आदमी नहीं मुझे नहीं छोड़ रहा था मै उसके आंख में जो पेंसिल था उसको जोर जोर से घूमने लगा तब जा के उसने मुझे छोड़ा तभी राहुल बोल भाई यहाँ से हम दोनों को जल्दी से निकलना चाहिए।
हम दोनों ने वहां से भागते हए वहां पास में ही सर का घर था वहां चले गए सर हम दोनों का हालत देख के दर गए थे वो हमारे पापा मम्मी और पुलिस को कॉल कर के भुला लिए थे। हम तो डर के नाम से हम तो होश में ही नहीं थे जब होश आया तब सब हम लोग के सामने थे हम ने सब को बताया। स्कूल में भूतिया रूम
दोस्तों मै श्वेता उम्मीद करती हु की आप लोगो को स्टोरी स्कूल में भूतिया रूम अच्छी लगी हो | अगर अच्छी लगी हो तो प्ल्ज़ कमेंट कर के जरूर बताये | ऐसी सच्ची स्टोरी आप लोग के लिए लाते रहेंगे।
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