सावन 2023: कब से हैं श्रावण मास? सावन सोमवार का महत्व और उपाय

By Shweta Soni

Published on:

WhatsApp Group (Join Now) Join Now
Telegram Group (Join Now) Join Now

हेलो दोस्तों,

मै श्वेता आप सभी का मेरे वेबसाइट chudailkikahani.com में स्वागत है आज मै आप सभी के लिए सावन 2023: कब से हैं श्रावण मास? सावन सोमवार का महत्व और उपाय लेके आई हु। जिससे आप सभी की मनोकामना जल्द पूरी होगी साथ ही साथ आप सभी को शिव जी का आशीर्वाद भी मिलेगा। इस मास में रक्षा बंधन और कृष्ण जन्माष्टमी जैसे अन्य महत्वपूर्ण त्योहार भी मनाए जाते हैं। श्रावण मास में अन्य त्योहार भी मनाए जाते हैं जैसे कि हरितालिका तीज और नाग पंचमी

विस्तार

भारतीय पंचांग में सावन मास का विशेष महत्व होता है। यह मास हिन्दू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है और भक्तों के लिए महत्वपूर्ण त्योहार और व्रतों का मास माना जाता है। सावन मास का आगमन हर साल बड़े आनंद और उत्साह के साथ मनाया जाता है।

2023 में सावन मास की शुरुआत 10 जुलाई को होगी। यह मान्यता के अनुसार है जब श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा (प्रथम तिथि) होती है। इस दिन से ही सावन मास का आगमन होगा और इसके साथ सावन सोमवार का व्रत भी प्रारंभ होगा।

सावन मास में हर सोमवार को सावन सोमवार व्रत रखा जाता है, जो कि शिवजी के अत्यंत प्रिय व्रतों में से एक है। इस मास में भगवान शिव की पूजा और व्रत करने से मान्यता के अनुसार मनोकामनाएं पूरी होती हैं और भक्तों को शिव के आशीर्वाद मिलते हैं।

सावन मास में सोमवार के अलावा अन्य व्रत और त्योहार भी मनाए जाते हैं जैसे कि हरितालिका तीज, नाग पंचमी, रक्षा बंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, आदि। इन त्योहारों पर भक्तों द्वारा धार्मिक कार्यक्रम, पूजा, व्रत और आराधना की जाती है।

इस सावन मास में भक्तों की श्रद्धा और भक्ति को बढ़ाने के लिए विभिन्न धार्मिक संगठनों द्वारा संगीत सभाएं, कार्यक्रम और साधु संतों के उपदेश आयोजित किए जाते हैं। लोग अपने घरों में शिवलिंग की स्थापना करते हैं और श्रावण सोमवार को शिव जी के आराधना करते हैं।

सावन मास में भक्तों को श्री शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस महीने के व्रत और त्योहार भक्तों को धार्मिक आनंद और सुख देते हैं, और वे अपने जीवन को ध्यान, त्याग, तपस्या और धर्म के मार्ग पर अग्रसर बनाने का प्रयास करते हैं।

सावन 2023: कब से हैं श्रावण मास? सावन सोमवार का महत्व और उपाय

सावन सोमवार का महत्व

सावन का महीना होने के कारण सावन सोमवार का व्रत बहुत धार्मिक मान्यता रखता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है और श्रावण सोमवार के दौरान शिव की अनुग्रह और कृपा प्राप्ति का विशेष महत्व होता है। भगवान शिव के भक्त इस दिन विशेष आसन पर अथवा शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं और शिव जी की पूजा करते हैं।

सावन सोमवार के दौरान भगवान शिव की प्रार्थना करने से जीवन में सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और सफलता की प्राप्ति होती है। यह व्रत मनोकामनाएं पूरी करने, विवाह की सफलता में मदद करने और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का भी एक साधन होता है।

सावन मास में सावन सोमवार व्रत

सावन मास के दौरान हर सप्ताह के सोमवार को सावन सोमवार व्रत रखा जाता है। इस व्रत का महत्व धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से बहुत उच्च मान्यता है। इस दिन भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं, मंदिर जाते हैं और उन्हें जल, फूल, धूप और नैवेद्य से भोग लगाते हैं। विशेष रूप से इस दिन भगवान शिव की प्रतिमा पर जल चढ़ाने का विशेष महत्व होता है।

सावन सोमवार के दिन व्रत रखने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं, बुराईयों का नाश होता है और जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। भगवान शिव का विशेष आदेश मानते हुए भक्त रोज़ाना सावन मास के सोमवार को व्रत रखते हैं और उन्हें नियमित रूप से पूजा-अर्चना करते हैं।

प्रमुख उपाय

सावन मास में सावन सोमवार के दौरान कुछ विशेष उपाय करने से भक्त भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख उपाय हैं:

  1. शिवलिंग पर जल चढ़ाना: सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने का विशेष महत्व होता है। भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ाकर शिवजी की पूजा करते हैं और उन्हें फूल, धूप और नैवेद्य से भोग लगाते हैं।
  2. शिवालय जाना: सावन मास में सभी मंदिर और शिवालयों में श्रावण सोमवार को विशेष पूजा एवं अर्चना की जाती है। भक्त मंदिर जाते हैं, शिवालय में जल चढ़ाते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं।
  3. मंत्र जाप करना: सावन मास में सावन सोमवार के दिन भगवान शिव के मंत्र का जाप करने से भक्त को शिव की कृपा प्राप्त होती है। “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्” जैसे मंत्रों का जाप करें।
  4. व्रत का पालन करना: सावन सोमवार को व्रत रखने से भक्त को शिव की कृपा प्राप्त होती है। व्रत के दौरान अन्न का त्याग कर फल-फूल, दूध, घी, दही और शक्कर से भोग लगाएं।
  5. मन की शुद्धि करना: सावन सोमवार के दिन मन को शुद्ध करने के लिए भक्त ध्यान और मेधा बढ़ाने के लिए ध्यान योग कर सकते हैं। इससे मन की शांति होती है और ध्यान की क्षमता में सुधार होता है।

ये थे कुछ प्रमुख उपाय जो सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने वाले भक्त अपना सकते हैं। इन उपायों को नियमित रूप से करने से भक्त भगवान शिव की कृपा प्राप्त करते हैं और उन्हें जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है।

2023 में कब-कब पड़ेगा सावन सोमवार का व्रत

श्रावण मास का पहला सोमवार10 जुलाई 2023
श्रावण मास का दूसरा सोमवार17 जुलाई 2023
श्रावण मास का तीसरा सोमवार24 जुलाई 2023
श्रावण मास का चौथा सोमवार31 जुलाई 2023
श्रावण मास का पांचवां सोमवार07 अगस्त 2023
श्रावण मास का छठवां सोमवार14 अगस्त 2023
श्रावण मास का सातवां सोमवार21 अगस्त 2023
श्रावण मास का आठवां सोमवार28 अगस्त 2023
सावन 2023: कब से हैं श्रावण मास? सावन सोमवार का महत्व और उपाय
सावन 2023: कब से हैं श्रावण मास? सावन सोमवार का महत्व और उपाय

2023 सावन कब से शुरू है

दोस्तों सावन मास इस साल अधिक मास के कारण दो माह का होगा। इसलिए इस साल सावन 4 जुलाई से शुरू हो रहे हैं, जो 31 अगस्त को समाप्त होंगे।

निष्कर्ष

सावन का माह, सावन सोमवार के व्रत, और भगवान शिव की पूजा मान्यताएं आदिकाल से चली आ रही हैं। यह मान्यताएं आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं और लोग इन्हें मानकर अपने जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति करने का प्रयास करते हैं। सावन मास के दौरान सावन सोमवार व्रत और उपाय करने से भक्त अपने आप को भगवान शिव की कृपा में ले सकते हैं और उन्हें आत्मिक शांति, समृद्धि और खुशहाली प्राप्त हो सकती है।

READ MORE :- ( शिव तांडव स्तोत्र ) SHIV TANDAVA STOTRAM LYRICS IN HINDI

FOR MORE :- Discover the Essence of Japji Sahib: An English Translation Pdf

Hello Friend's! My name is Shweta and I have been blogging on chudailkikahani.com for four years. Here I share stories, quotes, song lyrics, CG or Bollywood movies updates and other interesting information. This blog of mine is my world, where I share interesting and romantic stories with you.

Leave a Comment