LAKSHMI MATA KI KAHANI IN HINDI (लक्ष्मी माता किसका बेटी है?)

By Shweta Soni

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नमस्कार दोस्तों,

मेरा नाम श्वेता है और में हमारे वेबसाइट के मदत से आप के लिए एक नयी लक्ष्मी माता की कहानी लेके आई हु और ऐसी अच्छी अच्छी कहानिया लेके आते रहती हु। वैसे आज मै लक्ष्मी माता की कहानी लेके आई हु कहानी को पढ़े आप सब को बहुत आनंद आएगा अगर हमारी कहानी अच्छी लगे तो अपने परिवार और दोस्तों में जरूर शेयर करे धन्यवाद 

भगवान विष्णु की देवी लक्ष्मी हिंदू धर्म में धन, समृद्धि, सौभाग्य और सम्पत्ति की देवी मानी जाती है। वह श्री विष्णु की पत्नी हैं। लक्ष्मी माता के बारे में अनेक कथाओं और उपाख्यानों के रूप में प्रसिद्ध हैं। निम्नलिखित हैं एक ऐसी कहानी जो लक्ष्मी माता के वरदान और समृद्धि के दर्शन को दर्शाती है।

एक बार एक बहुत ही सम्पन्न व्यक्ति ने एक ऋषि के घर जाकर उससे समाधान मांगा कि वह अपने घर में धन की कमी महसूस कर रहा है। उसने उस ऋषि से सलाह मांगी जिसने उसे लक्ष्मी माता के दर्शन कराने की सलाह दी।उसने ऋषि की सलाह मानते हुए मंदिर जाकर लक्ष्मी माता के दर्शन करने की विनती की। लक्ष्मी माता ने उसे दर्शन दिया और उसे धन, समृद्धि और सौभाग्य का वरदान दिया। वह उसके घर में वापस गया और उसे समृद्धि का अनुभव हुआ।

कुछ समय बाद, वह उसी मंदिर में फिर से जाकर लक्ष्मी माता के दर्शन करने की विनती की। लक्ष्मी माता ने फिर कुछ देर के बाद पूछा कि “तुम अभी तक संतुष्ट नहीं हों? क्या तुमने मेरे वरदान का उपयोग नहीं किया?” वह उत्तर देते हुए बोला कि “हां, मैंने किया है लेकिन मेरी अभी भी आधी समस्याएं बची हुई हैं।”

लक्ष्मी माता ने उसे बताया कि धन का उपयोग सिर्फ स्वार्थिक तरीके से करने से सम्पत्ति नहीं मिलती है। वह उसे सलाह दी कि उसे अपने धन का उपयोग दान और सेवा करने में करना चाहिए। इस प्रकार वह समस्याएं हल होंगी और उसे समृद्धि की अनुभूति होगी।

वह उसकी सलाह मानते हुए धन का उपयोग दान और सेवा करने में करने लगा। उसने एक नया मंदिर बनवाया जहां उसने गरीबों को खाना खिलाना और धन की मदद करने का कार्य किया। लक्ष्मी माता के वरदान के उपयोग से वह अब अमीर हो गया था। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि समृद्धि और सौभाग्य का उपयोग सिर्फ खुशहाली के लिए नहीं होता है, बल्कि इसे दूसरों की सेवा में या दान करने में भी करना चाहिए।

इसके अलावा यह सीख देती है कि हमें अपने समस्याओं का हल ढूंढने के लिए स्वार्थिक तरीकों से बाहर निकलना चाहिए और दूसरों की मदद करने में अपना समय और संसाधन लगाना चाहिए। लक्ष्मी माता की कहानी से हमें यह भी समझ मिलता है कि भगवान न होते हुए भी हम एक दूसरे की मदद करके अपनी जिंदगी में समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं।

इस प्रकार, लक्ष्मी माता की कहानी हमें धन, समृद्धि और सौभाग्य के उपायों के बारे में सीखने के साथ-साथ समाज सेवा और दान करने के महत्व को भी बताती है।अब मैं आपको एक और कहानी से रूबरू कराऊंगा जो लक्ष्मी माता के अनुयायी को प्रेरित करती है।

LAKSHMI MATA KI KAHANI IN HINDI (लक्ष्मी माता किसका बेटी है?)

एक बार दो भाई थे जिनका नाम रमेश और सुरेश था। रमेश बहुत धनवान था और उसके पास सभी आवश्यक सुविधाएं थीं। सुरेश को उससे बहुत जल्दी ईश्वर की कृपा की आवश्यकता नहीं पड़ती थी, और वह बहुत कड़ी मेहनत करता था। एक दिन, रमेश ने अपने भाई से कहा कि तुम कितनी मेहनत करते हो, लेकिन आपकी समृद्धि में कोई वृद्धि नहीं हो रही है। आपको अपने ऊपर विश्वास करना चाहिए।

सुरेश ने रमेश के उपदेश को माना और वह सोचा कि वह अपने जीवन में एक बदलाव लाने की कोशिश करेगा। उसने ईश्वर की भक्ति करना शुरू किया और रोज लक्ष्मी माता की आराधना की। वह धीरे-धीरे अपने जीवन में समृद्धि के साथ-साथ खुशी और शांति को प्राप्त करने लगा।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलता है कि हमें अपने संघर्षों का सामना करते हुए भी धन, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति कर सकते हैं अगर हम भगवान की भक्ति करते हैं। लक्ष्मी माता हमें समृद्धि और धन की प्राप्ति करने में मदद करती हैं। उनकी आराधना से हम धन, समृद्धि, खुशी, संपत्ति और सौभाग्य की प्राप्ति कर सकते हैं।

लक्ष्मी माता की कहानियां और उनकी आराधना हमें अपने जीवन में समृद्धि और सौभाग्य के लिए उत्साहित करती हैं। हमें उनकी कृपा और आशीर्वाद के लिए उनकी भक्ति करनी चाहिए। आपको यह जानकर खुशी होगी कि लक्ष्मी माता की आराधना का बहुत ही सरल उपाय है। आप रोज सुबह उठकर अपने मंदिर में जाएं और लक्ष्मी माता की मूर्ति के सामने बैठें। उनकी मूर्ति के सामने लोटा जल रखें और उन्हें पूजें। आप लक्ष्मी माता को शुद्ध मन से पूजें और उनकी कृपा और आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करें।

इस तरह आप रोज लक्ष्मी माता की आराधना कर सकते हैं और उनकी कृपा से समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति कर सकते हैं।आपको उपयोगी साबित हुए होंगे। इसके अलावा, लक्ष्मी माता के मंत्र जप करने से भी हम उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यह हैं लक्ष्मी माता की कहानी के अतिरिक्त कुछ मंत्रों के बारे में जो आप उनकी पूजा में जप सकते हैं।

ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद स्वाहा॥

ॐ ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नमः॥

इन मंत्रों को रोज जप करने से आप लक्ष्मी माता की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति कर सकते हैं।मुझे आशा है कि लक्ष्मी माता की कहानी और उनकी आराधना से जुड़ी यह जानकारी आपको उपयोगी साबित हुई होगी।

माता लक्ष्मी की उत्पत्ति कैसे हुई?

माता लक्ष्मी की उत्पत्ति के बारे में कई पुराण हैं। हिंदू धर्म के अनुसार, लक्ष्मी देवी ब्रह्मा, विष्णु और शिव की पत्नी हैं।एक पुराण के अनुसार, जब समुद्र मंथन का वर्णन किया जाता है, तो इसमें देवताओं और असुरों के बीच भयानक लड़ाई हुई थी। इस लड़ाई के दौरान कुछ अमृत उत्पन्न हुआ था, जिसके लिए देवताओं और असुरों ने लड़ाई की थी। जब अमृत का उत्पादन हुआ, तो इसे देवताओं और असुरों के बीच समान रूप से बांटा जाना था।

इस संदर्भ में, देवताओं को चिंतित होते हुए लक्ष्मी देवी उत्पन्न हुईं। वे उस अमृत के समान थीं जो समुद्र मंथन से उत्पन्न हुआ था। देवताओं ने उन्हें स्वयं अपनी समिति में स्वागत किया और उन्हें देवी लक्ष्मी के नाम से जाना जाता है। उन्हें भगवान विष्णु की पत्नी माना जाता है, जो सम्पदा, समृद्धि, सौभाग्य, शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक हैं।एक और पुराण के अनुसार, देवी लक्ष्मी विष्णु भगवान की पत्नी हैं। उन्होंने उनकी तपस्या का सारा फल लेने के बाद उन्हें स्वयं के लिए चुना था। वह उन्हें सम्पदा, समृद्धि, सौभाग्य और सौंदर्य की देवी बनाया था।

एक और पुराण के अनुसार, लक्ष्मी देवी का जन्म महर्षि ब्रह्मा के ह्रदय से हुआ था। वे ब्रह्मा की साथ पूजा करते थे, जो उन्हें प्रसन्न करती थी। एक दिन उन्होंने लक्ष्मी देवी को अपने ह्रदय से उत्पन्न किया था। वे उन्हें आशीर्वाद देने के लिए अपनी साथ ले गए थे।इन सभी पुराणों के अनुसार, देवी लक्ष्मी सम्पदा, समृद्धि, सौभाग्य, शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक हैं। उन्हें हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण देवताओं में से एक माना जाता है और उनका पूजन हर वर्ष दीवाली के अवसर पर किया जाता है।

लक्ष्मी देवी का पूजन दीवाली के अवसर पर किया जाता है क्योंकि इस दिन भगवान राम ने अयोध्या में अपने घर लौटने पर आपकी पूजा की थी। लक्ष्मी देवी की पूजा के दौरान धन और समृद्धि की मांग की जाती है ताकि उनकी कृपा से लोग धन और समृद्धि से भरपूर हों।लक्ष्मी देवी की पूजा के दौरान अनेक मंत्रों का जाप किया जाता है जैसे “ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः” और “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”। इन मंत्रों के जाप से धन, समृद्धि और सौभाग्य की कृपा प्राप्त होती है।

लक्ष्मी देवी की कुछ और महत्वपूर्ण उपासना भी होती हैं जैसे कि श्रीविद्या, त्रिपुरसुंदरी उपासना, महालक्ष्मी उपासना आदि। ये उपासनाएं उनके अलग-अलग स्वरूपों और गुणों पर आधारित होती हैं।लक्ष्मी देवी हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण देवता हैं जिसे धन, समृद्धि, सौभाग्य, शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है। लक्ष्मी देवी का पूजन उसके द्वारा हम आशीर्वाद और भगवत्प्राप्ति की मांग करते हैं। लक्ष्मी देवी को अनुग्रह करने के लिए, हमें देवी का पूजन और उनकी उपासना करनी चाहिए।

उपासना के दौरान हमें लक्ष्मी देवी के सभी रूपों और उनकी गुणों का ध्यान देना चाहिए। लक्ष्मी देवी के सभी रूपों में से सबसे प्रसिद्ध रूप हैं श्री महालक्ष्मी। इस रूप में उन्हें सुंदरता, समृद्धि, धन, सौभाग्य और अनुग्रह का प्रतीक माना जाता है।अत: लक्ष्मी देवी की उपासना करने से हम उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में समृद्धि, सौभाग्य और धन का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

लक्ष्मी माता किसका बेटी है?

हिंदू धर्म में माता लक्ष्मी को धन, समृद्धि, सौभाग्य और सम्पदा की देवी कहा जाता है। उन्हें विष्णु भगवान की पत्नी भी माना जाता है। वैष्णव संप्रदाय के अनुसार, विष्णु भगवान और माता लक्ष्मी का विवाह हुआ था। इसलिए माता लक्ष्मी विष्णु भगवान की पत्नी हैं और उनकी बेटी हैं।

इसके अलावा, माता लक्ष्मी को अन्य कुछ लोग भी अपने सम्बन्धों से जोड़ते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ लोग माता लक्ष्मी को समुद्र मंथन से उत्पन्न हुई होने का मानते हैं। उनके अनुसार, समुद्र मंथन के समय माता लक्ष्मी भी समुद्र से उत्पन्न हुई थीं।

वैसे भी, वेदों और पुराणों में माता लक्ष्मी के बारे में कई कहानियां हैं जो उनकी उत्पत्ति के बारे में विभिन्न विवरण देती हैं। यहां उनमें से कुछ हैं:

  1. उत्पत्ति के अनुसार, माता लक्ष्मी ब्रह्मा की पत्नी सरस्वती की सहायता से उत्पन्न हुई थीं।
  2. एक और कथा के अनुसार, देवी दुर्गा के आविर्भाव के दौरान, उनकी अंग्रेज़ी में ‘auras’ जोड़ लिया गया था। इस औरस के रूप में, माता लक्ष्मी भी दुर्गा देवी के साथ उत्पन्न हुई थीं।
  3. अन्य एक कथा के अनुसार, माता लक्ष्मी की उत्पत्ति विष्णु भगवान के आविर्भाव के समय हुई थीं। वैष्णव संप्रदाय के अनुसार, विष्णु भगवान के चार बाहुओं में से एक बाहु पूर्णता और समृद्धि के प्रतीक लक्ष्मी को दर्शाता है।
  4. एक और कथा के अनुसार, देवी लक्ष्मी को समुद्र मंथन के दौरान उत्पन्न किया गया था। समुद्र मंथन के समय, देवताओं और असुरों ने सामुद्रिक अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र के मध्य में चक्रवात चलाया था। इस प्रक्रिया के दौरान, देवी लक्ष्मी भी समुद्र में उत्पन्न हुई थीं।
  5. एक और कथा के अनुसार, देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति ऋषि ब्रह्माजी के संकल्प के फलस्वरूप हुई थी। ऋषि ब्रह्माजी ने अपनी इच्छा से देवी लक्ष्मी को उत्पन्न किया था।

इन सभी कथाओं में से कोई एक सच्ची हो सकती है, लेकिन उन सभी में माता लक्ष्मी की उत्पत्ति का संबंध देवताओं या पुराणों से है।वैदिक ज्ञान के अनुसार, माता लक्ष्मी को विष्णु भगवान की पत्नी और शक्ति माना जाता है। उन्हें धन, समृद्धि, लाभ, सुख, सम्पत्ति, सफलता और समृद्धि की देवी माना जाता है। लक्ष्मी माता के चार रूप देवी लक्ष्मी, धन लक्ष्मी, गजलक्ष्मी और संपत्ति लक्ष्मी हैं।

लक्ष्मी माता की पूजा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। वे धन के स्रोत, बड़े व्यापार और नौकरी में सफलता, समृद्धि और सुख के स्त्रोत के रूप में जाने जाते हैं। लक्ष्मी माता की पूजा हर वर्ष दीवाली के अवसर पर की जाती है, जब घर को धन, समृद्धि और सुख का प्रकाश मिलता है।

लक्ष्मी माता के बारे में कुछ लोग यह भी मानते हैं कि वे अदृश्य होती हैं और कभी भी कहीं भी दिखाई नहीं देती हैं। वे सदैव उन लोगों के साथ होती हैं जो उन्हें प्रार्थना और भक्ति के साथ याद करते हैं।इस तरह से, माता लक्ष्मी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवी हैं, जो समृद्धि, धन और सफलता की देवी मानी जाती हैं। उनकी पूजा एक अभिनव उपाय है जो अपनी समस्याओं से निपटने में मदद कर सकता है।

लक्ष्मी की शक्तियां क्या हैं?

माता लक्ष्मी को समृद्धि, सौभाग्य, सफलता और धन की देवी माना जाता है। उनकी शक्तियों में से कुछ निम्नलिखित हैं:

  1. धन: माता लक्ष्मी धन की देवी मानी जाती हैं। उनकी कृपा से धन की प्राप्ति होती है और वे अपने भक्तों को धन की वर्षा करती हैं।
  2. समृद्धि: लक्ष्मी माता समृद्धि की देवी हैं। उनकी शक्ति से व्यक्ति को समृद्धि मिलती है और उन्हें सुख और समृद्धि की जिंदगी मिलती है।
  3. सौभाग्य: माता लक्ष्मी सौभाग्य की देवी हैं। उनकी शक्ति से व्यक्ति का सौभाग्य बढ़ता है और उन्हें खुशहाल जिंदगी मिलती है।
  4. सफलता: माता लक्ष्मी सफलता की देवी हैं। उनकी कृपा से व्यक्ति को सफलता मिलती है और उन्हें अपनी जिंदगी में सफल होने का अवसर मिलता है।
  5. शांति: माता लक्ष्मी शांति की देवी भी हैं। उनकी शक्ति से व्यक्ति को मन की शांति मिलती है और वे अपने जीवन को खुशहाल और सुखी बनाने में सक्षम होते हैं।
  6. विवेक: माता लक्ष्मी विवेक की देवी भी हैं। उनकी शक्ति से व्यक्ति को सही दिशा दिखाई जाती है और उन्हें अपने जीवन में सही फैसले लेने की सामर्थ्य मिलता है।
  7. धैर्य: माता लक्ष्मी धैर्य की देवी भी हैं। उनकी शक्ति से व्यक्ति को धैर्य और स्थिरता मिलती है और वे अपने जीवन में सफलता हासिल करते हैं।
  8. प्रेम: माता लक्ष्मी प्रेम की देवी भी हैं। उनकी शक्ति से व्यक्ति को प्रेम करने की क्षमता मिलती है और वे अपने परिवार और समाज के साथ अच्छे संबंध बनाते हैं।
  9. सौंदर्य: माता लक्ष्मी सौंदर्य की देवी भी हैं। उनकी शक्ति से व्यक्ति को सौंदर्य से भरपूर जीवन मिलता है और उन्हें खूबसूरती की अनुभूति होती है।
  10. विद्या: माता लक्ष्मी विद्या की देवी भी हैं। उनकी शक्ति से व्यक्ति को विद्या की प्राप्ति होती है और वे ज्ञान की देवी के आशीर्वाद से सफलता के पथ पर आगे बढ़ते हैं।

ये सभी शक्तियां माता लक्ष्मी की हैं और उनकी कृपा से भक्तों को धन, समृद्धि, सौभाग्य, सफलता और शांति की प्राप्ति होती है।

लक्ष्मी की शक्तियां क्या हैं?

लक्ष्मी माता की कुछ महत्वपूर्ण शक्तियों के बारे में निम्नलिखित हैं:

  1. करुणा: लक्ष्मी माता की प्रथम शक्ति करुणा है, जो उन्हें दया की दृष्टि से दुनिया के प्रति देखने की क्षमता देती है। वह अपने भक्तों पर दया करती हैं और उन्हें दुःख से मुक्ति देती हैं।
  2. सौभाग्य: लक्ष्मी माता सौभाग्य की देवी हैं जो भक्तों के घरों में सौभाग्य लेकर आती हैं। वह उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करती हैं और समृद्धि का प्रबंध करती हैं।
  3. समृद्धि: लक्ष्मी माता की शक्ति से सबका भला होता है। वह धन, समृद्धि और संपत्ति का प्रतीक हैं। यह भी उनकी शक्ति है कि वह भक्तों को समृद्ध करती हैं और उन्हें अपार धन देती हैं।
  4. शुभ कार्यों की सफलता: लक्ष्मी माता की कृपा से लोग शुभ कार्यों में सफल होते हैं। वह उनके संघर्षों को समाप्त करती हैं और उन्हें उनके लक्ष्य की प्राप्ति में सहायता करती हैं।
  5. समानता: लक्ष्मी माता सभी के लिए समान हो और उनकी शक्तियों में से एक है धन की प्राप्ति की शक्ति। वह धन और संपत्ति की समृद्धि की देवी हैं और अपनी शक्ति से लोगों को वित्तीय रूप से समृद्ध बनाती हैं। लक्ष्मी देवी की दूसरी शक्ति ज्ञान की शक्ति है। वह सभी ज्ञानों की देवी हैं और अपनी शक्ति से लोगों को ज्ञान, समझ और बुद्धि का वरदान देती हैं। उनकी तीसरी शक्ति विजय की शक्ति है। वह विजय की देवी हैं और अपनी शक्ति से लोगों को हर क्षेत्र में विजय प्राप्त करने में मदद करती हैं। इस प्रकार लक्ष्मी देवी की तीन मुख्य शक्तियां होती हैं।

इसके अलावा, लक्ष्मी देवी की और भी कई शक्तियां होती हैं जैसे शांति की शक्ति, सौभाग्य की शक्ति, समृद्धि की शक्ति, सफलता की शक्ति, सुख और समृद्धि की शक्ति आदि। वह सभी शक्तियों की देवी हैं और अपनी भक्तों को इन सभी शक्तियों की प्राप्ति में मदद करती हैं।

लक्ष्मी देवी की इन शक्तियों के कारण ही वह सभी देवियों में सबसे अधिक पूजित होती हैं। उनकी पूजा धन, समृद्धि, सौभाग्य और सफलता के लिए की जाती हैं और उनकी कृपा से भक्तों के जीवन में सुख और समृद्धि की बौछार होती हैं।

इसके अलावा लक्ष्मी देवी की एक खास शक्ति भी हैं जो उन्हें भक्तों के लिए और भी अधिक महत्वपूर्ण बनाती हैं, वह हैं माँ लक्ष्मी की कृपा शक्ति। लक्ष्मी देवी की कृपा शक्ति भक्तों को संतुलित जीवन और समृद्धि के लिए आवश्यक आशीर्वाद प्रदान करती हैं। यह शक्ति भक्तों को संतुलित जीवन जीने और समृद्धि की प्राप्ति में मदद करती हैं।विविध उपायों से लक्ष्मी देवी की पूजा करने से भक्तों को लक्ष्मी देवी की कृपा मिलती हैं जो उन्हें समृद्धि, सौभाग्य और सफलता प्रदान करती हैं। उन्हें भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करने की शक्ति भी होती हैं।

LAKSHMI MATA KI KAHANI IN HINDI (लक्ष्मी माता किसका बेटी है?)
LAKSHMI MATA KI KAHANI IN HINDI (लक्ष्मी माता किसका बेटी है?)

लक्ष्मी देवी की अन्य शक्तियों में से एक शक्ति हैं वह हैं धन शक्ति। यह शक्ति लक्ष्मी देवी को एक धनवान देवी बनाती हैं जो भक्तों को समृद्धि की प्राप्ति में मदद करती हैं। यह शक्ति लक्ष्मी देवी को धन की देवी बनाती हैं जिसे लोग धन प्राप्ति के लिए पूजते हैं।अन्य शक्तियों में से एक शक्ति हैं वह हैं भूमि शक्ति। यह शक्ति लक्ष्मी देवी को पृथ्वी की देवी बनाती हैं जो भूमि की रक्षा करती हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं। लक्ष्मी देवी की इस शक्ति का उपयोग भूमि की समस्याओं के निवारण में भी किया जाता हैं।

इसके अलावा लक्ष्मी देवी की एक अन्य शक्ति हैं वह हैं समृद्धि शक्ति। यह शक्ति लक्ष्मी देवी को समृद्धि की देवी बनाती हैं जो भक्तों को समृद्धि, उन्नति और सफलता में मदद करती हैं। यह शक्ति लोगों को अधिक धन, सम्मान और सफलता प्राप्ति में मदद करती हैं।

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