दोस्तों आज में आप को नानी के गांव में भूतिया जंगल की कहानी बताने वाली हु। यह कहानी मुझे मेरी नानी ने सुनाई थी। मेरी नानी एक भूतिया गाओ में रहती थी जहा बहुत से चुड़ैल , भूत परेट, ऐसी ही घूमते रहते थे | रात को इस वजह से उस गाओ में रात 9 बजे के बाद सुन सान हो जाती थी।
गांव का मोहोल
सब घर में चले जाते थे और सो जाते थे कोई बहार घूमता फिरता नहीं था | रात को चुड़ैलेलो का बसेहड़ा रहता था। अगर कोई गलती से गाओ में घूमता दिख गया तो उसको चुड़ैल उठा कर ले जाती थी | अपने पास और वो इंसान को खा जाती थी कच्चा ,
गांव में एक दूसरे के घर चुड़ैल दरवाजा खत खटती थी। या फिर ज़ोर ज़ोर से रोने की आवाज निकलती थी | जिसे सुन कर कोई दरवाज़ा खोल दे और बहार निकल जाये | इस वजह से कोई भी बहार नहीं निकलता था |
एक दिन की बात है,नाना जी को काम करके घर आते लेट हो गया था | नाना जी को कुछ सामान भी लेना था | घर के लिए और वो मार्किट जाने के लिए निकल गए और फिर ,
जब बाद में देखे तो उनके घडी में 8 बजे गए थे |अब उनको याद आया की एक रास्ता है। जहा जाके मैं घर जल्दी पहुंच जाऊंगा फिर जो रिश्ते से नाना जी घर आये वो रास्ता जंगल से होकर घर जाने वाली रास्ता था। नाना जी जल्दी बाइक मोड़ के उस जंगल वाली रास्ते में चले गए | नानाजी ने देखा तो वो जंगल तो बहुत अँधेरा है और कोई भी नहीं दिख रहा था फिर आगे जाते ही | नानी के गांव में भूतिया जंगल
डरावनी जंगल
नाना जी एक ऐसे बिच रस्ते में पहुंच गए | जहा एक औरत साड़ी पहनी थी और सर से मुँह तक घूँघट ले राखी थी और मदत के लिए चीख रही थी और उसका मुँह पूरा ढाका हुआ था नाना जी उस औरत को देखे और उसके पास गाड़ी रोके और पूछने लगे की आप इस रिश्ते में क्यू खड़ी हो उस औरत ने कुछ जवाब नहीं दी। नानी के गांव में भूतिया जंगल,
नानाजी को लगा शयद ये डरी हुई है इसलिए कुछ बोल नहीं रही है। नानाजी बोले मैं तुम्हारी मदत कर सकता हु | मैं तुम्हे घर ले जा सकता हु | वह तुम बता सकती हो खुल के जो तुम्हारी समस्या है। ये सुन कर औरत मन गयी और नाना जी के साथ बैठ के घर आ गई। जब नाना जी घर पहुंचे तो नानी जी ने देखा ये नाना जी के साथ कौन औरत आयी है। नानी के गांव में भूतिया जंगल ,
नानी जी को शोक हो गई । नानीजी ने नानाजी से पूछा आपको इतना लेट क्यू हो गया घर आते फिर नानाजी ने सारी बात बताई, ये सब सुनकर नानी जी सब समझ गयी नानी जी ने उस औरत को किचन में जाके खाना बनाने को खा जिसके बाद वो औरत बिना कोई जवाब दिए किचन में चले गयी।
किचन में सारा शमन रख के नानी जी ने उसे बोल के चले गयी की सबको भूक लागरी इसलिए जल्दी खाना बना दो। नानी जी ने उसे भेज तो दिया लकिन नानी जी का मन अभी शांत नहीं था |

चुड़ैल की आवाज
5 मिनट बाद फिर नानी जी किचन जाके देखि तो वो औरत मछली को निकल रही थी। नानी जी ने उसे चिलये तुमने अभी तक खाना नहीं बनाया है सब को बहुत भूख लग रही है किसी ने खाना नहीं खाया है जल्दी बनाओ। लेकिन उस औरत का चेहरा अवि भी ढाका हुआ था |
नानाजी ने पूछा अभी तक उसका चेहरा किसी को देखा नानीजी ने बताया की नहीं देखा और तो और घर के किसी को भी उस औरत का चेहरा नहीं देखा है। नानीजी ने उसका चेहरा देखने की कोशिश भी की, लेकिन नहीं देख पाई और उसे कुछ जरुरत पड़ेगी समान की तो आवाज़ देना ऐसा बोल के नानी जी वहा से निकल गयी |
उस औरत ने नानीजी का बात सुन कर कोई जवाब नहीं दी। नानी जी को लगा शयद ज्यादा बात करना पसंद नहीं होगा इसलिए नहीं बात कर रही होगी। चुड़ैल की आवाज़ फिर नानीजी ने किचन से कुछ आवाज़ आते सुनती है और वो डर जाती है तो वो औरत उल्टा लटक क कच्ची मछली खा रही होती है।
आस पास मछली के कटे और हादी रखे हुए थे और उस औरत का बाल खुले थे आंखे पुरे लाल देख रही थी। उस औरत को देख के नानी जी बहुत डर जाती है और सबको चिल्लाने लगती है। लेकिन उनका आवाज किचन से बहार तक नहीं जाता है लेकिन नानी जी हिम्मत कर करती है |
उनके मन में विचार आता है और नानीजी आगे जा कर आग जलती में उसके ऊपर कोयला फेख देती है जिसे देख कर सब घर वाले किचन में आजाते है और उस औरत को जलते हुए देख कर सब घर वाले डर जाते है। वो औरत और कोई नहीं एक चुड़ैल रहती है।
उसकी डरावनी आवाज सुन कर गांव वाले भी आ जाते है। नानीजी ने उस चुड़ैल को आग फेक कर देती है जिससे चुड़ैल डर कर गांव से भाग जाती है| गांव वाले नानीजी के इस काम को देख कर बहुत खुश हो जाते है। नानी के गांव में भूतिया जंगल
दोस्तों मै श्वेता उम्मीद करती हु की आप लोगो को स्टोरी नानी के गांव में भूतिया जंगल अच्छी लगी हो | अगर अच्छी लगी हो तो प्ल्ज़ कमेंट कर के जरूर बताये | ऐसी सच्ची स्टोरी आप लोग के लिए लाते रहेंगे।
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